मैंने सोचा था एक दिन सब बदल जायेंगे ।।
मति मारी गयी थी मेरी जो उनसे आस लगायी ।।
छल और कपट उनके दो पुत्र थे प्यारे ।।
हम जैसे तो उनके लिए थे नक्कारे ।।
मैंने सोचा था एक दिन सब बदल जायेंगे ।।
मैंने तो उनको जान से ज्यादा माना ।।
पर उन्होंने हमको कर दिया बेगाना ।।
मैंने सोचा था एक दिन सब बदल जायेंगे ।।
हमने तो स्वर्ग सा सुन्दर महल बनाया ।।
पर उन्होने काँटों से उसे सजाया ।।
मैंने सोचा था एक दिन सब बदल जायेंगे ।।
मैंने सोचा था एक दिन सब बदल जायेंगे ।।