जिंदगी जिंदगी कहती है की प्यार कर
और फिर ऐ कहे, किसी का इंतज़ार कर.
कौन हम से प्यार करे
यह नहीं हमें खबर
तुझ से मिलने से पहले
मौत भी आए अगर
मौत से भी कहे की इंतज़ार कर
तेरे साथ चलेंगे हम
किसे भी राह पर
हसते हुऐ देंगे जान
तेरी चाह पर
मंज़िलो से कहे की इंतज़ार कर
इंतज़ार किसका
Rafiq Pasha
(C) All Rights Reserved. Poem Submitted on 08/25/2020
Poet's note: युवा का प्यार का सफर, जो हर कदम पर एक नए मोड़ लीता है
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