Who is Rafiq Pasha
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Rafiq Pasha Poems
- इंतज़ार किसका
जिंदगी जिंदगी कहती है की प्यार कर
और फिर ऐ कहे, किसी का इंतज़ार कर.
कौन हम से प्यार करे ... - Solitude
Lousy, the life has become
or by me it is made wearisome.
Wanton was it, but once
had lots of fun. ... - इन्सान और भूख
अगर इन्सान को ना होता पेट
ना कोई मजदूर होता , ना कोई सेठ.
ना कल की चिन्ता होती, ना आज कि फिक्र
मैफिल में बेबसी का ना होता ज़िक्र. ... - आइना
ज़िन्दगी के दौड़ मे, छूट गए वह लम्हे
मैं उन लम्हो को अब, फिर जीना चाहता हूँ
लब्बो तक आकर न जाने कितने पियले छूट गए ... - कल कि दूवा आज न हो खूबूल
दूवा हैं कि मेरी अनसुनी दुवाए अब न हो खूबुल
कल तक जो ज़रूरत थी, आज लग रही हैं फ़िजूल
न जाने कितने आस्तानों पे चिराग जलाए ...