कहीं देखा हैं तुमने उसे जो मुझे सताया करता था जब भी उदास होती थी मैं
कहीं देखा हैं तुमने उसे 
जो मुझे सताया करता था 
जब भी उदास होती थी मैं 
मुझे हँसाया करता था 
एक प्यार भरा रिश्ता था वो मेरा 
जो मुझे अब भी याद आता हैं 
खो गया वक्त के भँवर में कहीं 
जो हर पल मेरे साथ होता था 
आज एक अजनबी की तरह हाथ मिलाता हैं 
जो छोटी से छोटी बात मुझे बताया करता था 
कहीं मिले वो किसी मोड़ पर 
तो उसे मेरा संदेशा देना 
कोई हैं जो आज भी उसका इंतजार कर रहा हैं 
जिसे वो मेरा सच्चा साथी बोला करता था 
Jai shree krishna....
Pre.........