जिस दिन बेख़ौफ़ होकर जायेंगी,
लड़कियाँ घर से बाहर
और नहीं देखेंगी -
माताएँ, वृद्धाश्रम का मुँह।
जिस दिन नहीं जलायी जायेंगी-
बेटियाँ किसी दरिन्दे के द्वारा
और जिस दिन लोग –
घर की छोड़कर देवी को भूखा प्यासा छोड़कर
नहीं भागेंगे मंदिर की देवी को मनाने
उस दिन सफल होगा –
नवरात्रि का त्योहार ।।