काश! तुम वो प्यार भरा दिल बन जाओ
जो मेरे सीने में हर पल धड़कता हो,
कभी तुम मुझसे दूर हो मिलने से मजबूर हो
फिर भी दिल को तुम्हारा ही ख्याल हो
जैसे तुम हर पल मेरे आस पास हो
काश! तुम वो एहसास बन जाओ,
काश! तुम दिसंबर कि सर्दियों में
वो हल्की सी धूप बनकर मेरा सहारा बन जाओ
और जब तुम्हें महसूस करूं तो
बस मेरी हर सांस में तुम्हारा नाम हो,
काश! तुम वो प्यार भरा दिल बन जाओ
जो मेरे सीने में हर पल धड़कता हो,
जब रातों की तन्हाइयो में रोए दिल
और अकेलेपन की जंजीरों में जकड़ा हो
तो तुम वो सुकून का सवेरा बन जाओ
की जब आंख खुले बस तुम्हारा दीदार हो,
काश! तुम वो प्यार भरा दिल बन जाओ
जो मेरे सीने में हर पल धड़कता हो।
काश! तुम वो प्यार भरा दिल बन जाओ
Sonam Sharma
(C) All Rights Reserved. Poem Submitted on 01/12/2021
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