तुम कौन होते हो
हमें जिन्दगी जीने
का तरीका बताने वाले
बात बात पर टोकने वाले
हम आजाद ख्यालों के है
हमारी सोच तुम्हारे जैसी नहीं
लड़की हूँ तो क्या हुआ
हमे अपनी मर्जी से
जीने का अधिकार है
चाहे तो क्या नहीं कर सकते
दुनिया बदलने का दम रखते हैं
यही अन्दाज हैं हमारा
मौका मिले तो सही
बिना कहें सब कुछ कर सकते हैं।
Tum Kon Hote Ho
Sonam Sharma
(C) All Rights Reserved. Poem Submitted on 09/20/2019
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