तेरी दोस्ती पर हम यूं फना हो गये,
तुम जख्म देते रहे हम सहते रहे।
तुम बेफिक्र हो हमें रूलाते रहे,
हम अश्कों को अपनी हँसी मे छुपाते रहे,
ना जाने तुम कैसा रिश्ता निभाते रहे।
हम तो तेरी खुशी के लिए ही रब को
मनाते रहे।
याराना
Mumatesvari
(C) All Rights Reserved. Poem Submitted on 07/03/2019
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