तुम साया हो मेरे लिए
जिसके होने का तो पता नहीं
लेकिन ना होने का फर्क जरूर पड़ता है
तुम पास नहीं मेरे लेकिन तेरे पास होने का एहसास होता है
तेरी खुशी, हंसी, गुस्सा, दर्द सब महसूस होता है...
जो साथ नहीं होकर भी मेरे साथ होता है
हां तुम साया ही हो मेरे लिए
जो पल-पल, हर पल मेरी सांसों के साथ चलता है
तुम जिक्र में हो, तुम फिक्र में हो, तुम ही जज्बातों में
तुम ही मेरी हर बातों में
खोजती हूं अपने अल्फाजों में तुम्हें
लेकिन ना जानें क्यों कह नहीं पाती तुमसे
कि तुम क्या हो मेरे लिए
हां तुम साया ही हो मेरे लिए .....