Who is Sapana 'svapna'
सपना पारीक 'स्वप्न'...Read Full Biography of Sapana 'svapna'
Sapana 'svapna' Poems
- व्यथित-आँखें
आज परछाई से हुए रूबरू वर्षों बाद
अन्तर्मन की ध्वनि चीख पड़ी आखिर
उसके अश्रु हालातों पर टपक पड़े
लेने लगी सिसकियां जोर- जोर से ...