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बीती यादें

Sanjay Gupta

बीती यादों के क़िस्सों से कभी जब गुफ़्तगू होगी।
काश आ जाएँ फिर से वो यही इक जु़स्तजु होगी।
मगर ये ख्वाब है और जानता हूँ ख्वाब ही होगा।
बीते लम्हे कभी भी लौट के आया नहीं करते।

(C) Sanjay Gupta
07/06/2019


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