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तनहा तनहा

C K Rawat

दूर दूर तनहा तनहा
कोई ख़फ़ा है बेशुबहा

ख़ुद हमको भी इल्म नहीं
दर्द रहा दिल में पिनहा

शब भर ग़म पैबस्त रहे
भाग उठे सुबहा सुबहा

नाउम्मीदी की रातें
उम्मीदों की हर सुबहा

ना जाने कब बीत गया
जीवन ये लम्हा लम्हा

(C) C K Rawat
09/15/2019


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