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एक बार...

C K Rawat

वो जो एक बार मुस्कुरा उठ्ठे
दिल के सब तार झनझना उठ्ठे

और यकायक मेरी निगाहों में
सैकड़ों ख़्वाब झिलमिला उठ्ठे

दिल की वीरान रहगुज़ारों में
क्या सितारे से जगमगा उठ्ठे

ऐसी उम्मीद की हवा गुज़री
सोए जज़्बात सनसना उठ्ठे

जैसे जादू सा हो गया कोई
आज तो ग़म भी गुनगुना उठ्ठे

(C) C K Rawat
09/30/2019


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