ज़न गण मन (बाल कविता)

तीन रंग से बना तिरंगा ,
आज इसे फहराएंगे ।
'जन गण मन अधिनायक'
सारे बच्चे मिलकर गाएंगे ।।

भारत की है शान तिरंगा ,
हम सबकी है जान तिरंगा।
भारत की पहचान तिरंगा ,
हम सबका अभिमान तिरंगा ।।

अपने इस प्यारे झंडे को ,
हम सब शीश झुकाएंगे ।
' जन गण मन अधिनायक '
सारे बच्चे मिलकर गाएंगे ।।

देश हमारा भारत प्यारा ,
सारे जग से है ये न्यारा ।
यहां प्रेम की बहती धारा ,
मिलकर रहता भारत सारा ।।


आज सभी हम एक नाद में ,
भारत की जय कार लगाएंगे ।
' जन गण मन अधिनायक '
सारे बच्चे मिलकर गाएंगे ।।

Surya Prakash Sharma
(C) All Rights Reserved. Poem Submitted on 03/22/2023 The copyright of the poems published here are belong to their poets. Internetpoem.com is a non-profit poetry portal. All information in here has been published only for educational and informational purposes.