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मुक्तक 1

Surya Prakash Sharma

किसी के इश्क़ में जीयो, बिछुड़ कर मरना छोड़ो तुम ।
रहो तुमको सुकूँ है साथ उसके, वर्ना छोड़ो तुम ।
तुम्हें जो डर अधिक है इश्क़ से तो फ़िर मेरे जाना ।
डरो ताउम्र लोगों से, मुहब्बत करना छोड़ो तुम ।।

— सूर्या

(C) Surya Prakash Sharma
11/02/2023


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