किसी के इश्क़ में जीयो, बिछुड़ कर मरना छोड़ो तुम । रहो तुमको सुकूँ है साथ उसके, वर्ना छोड़ो तुम । तुम्हें जो डर अधिक है इश्क़ से तो फ़िर मेरे जाना । डरो ताउम्र लोगों से, मुहब्बत करना छोड़ो तुम ।। — सूर्या