- सच और झूठ!
क्यों सच कहने पर दिल दुखता हैं?
क्यों झूठ कहने पर खुशी?
क्यों कहते है सच कड़वा होता,
क्यों झूठ जल्द ही सच बन जाता??
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- विश्वास
हाँ मुझे विश्वास हैं,
की रात के तारें महँगे रेस्टौरंट से ज़्यादा खूबसूरत होते हैं।
मुझे विश्वास हैं,
की बाइक पर तुमसे चिपक के बैठने वाले लम्हें कार के लम्हों के सामने अब भी छोटे हैं।।
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- खोया स्वर्ग
तुम लड़खड़ाए थे जब बचपन में,
वो तेरी खुशी थी जिन कंगन में।
हाँ वही जिनके साएं में तुमने बचपन बिताया था,
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- नाराज़!
तुम श्रृंगार करने से रोकोगे,
मैं दुपट्टा ओढ़ आऊंगी।
तुम नाराज़ हो जब जाओगे,
मैं काँधे पर चढ़ जाऊँगी।।
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- Suno....sath Doge Na?
Suno,
Mere bin kahe mere kareeb aaoge na,
'Gar mujhe chot lage to pyar se sehlaoge na.
Uchi awaz me baat na krna, mujhe darr lagta hai,
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